मास्टर ऑफ लेजिस्लैटिव लॉ (LLM) एक मास्टर डिग्री प्रोग्राम है। इस कोर्स को करने के लिए आपको LLB मे स्नातक पास होनी चाहिए। आज के लेख में आप LLM Course Subjects Details मे जानेंगे, एलएलएम कोर्स क्या होता है। वैसे छात्र जो कानून के एक विशिष्ट (Specilize) क्षेत्र मे अध्ययन करने के लिए इच्छुक रखते हैं, वह एलएलएम का कोर्स कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद छात्र को एक विशिष्ट कानून के क्षेत्र में विशेष ज्ञान की प्राप्ति हो जाती है।
जिसके बाद वह अधिवक्ता वकील और जज बनने के लिए योग्य हो जाते है, यदि आप कानून के क्षेत्र मे सुनहरा भविस्य बनाना चाहते है। तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े, इस लेख मे हमने LLM Course Subjects से जुड़ी सारी जानकारी डिटेल मे साझा की हुई हैं।
एलएलएम क्या हैं। What Is LLM Course। LLM Course Subjects Details In Hindi
LLM एक 2 वर्षीय मास्टर डिग्री कोर्स प्रोग्राम है। इस डिग्री प्रोग्राम को पूरा करने के बाद छात्र भारतीय संविधान मे शामिल विभिन्न प्रकार के LLM Course Subjects लॉ क्रिमिनल लॉ, एनवायरमेंट मेंटल लॉ, कॉरपोरेट लॉ, ह्यूमन राइट्स लॉ, साइबर लॉ, कांस्टीट्यूशनल लॉ, मैरिटाइम लॉ, फैमिली लॉ, ट्रांस्नैशनल लॉ, बिजनेस लॉ जैसे किसी एक विशिष्ट क्षेत्र में गहरी जानकारी प्रदान की जाती है। जिससे छात्र एक विशिष्ट क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करके अपने स्पेशलाइज्ड क्षेत्र के लॉ के बारे में गहरी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
एलएलएम की फूल फॉर्म। LLM Course Full Form
एलएलएम का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ (Master Of Legislative Law) होती है, यह एक लैटिन भाषा का शब्द है।
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एलएलएम कोर्स के लिए योग्यता। LLM Course Eligibility
- एलएलएम डिग्री कोर्स प्रोग्राम में एडमिशन पाने के लिए कुछ जरूरी योग्यता को पूरी करनी होती है। इसके उपरांत ही आप एलएलएम जैसे डिग्री प्रोग्राम को कर सकते हैं।
- भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से एलएलबी में स्नातक पास होने चाहिए।
- एलएलबी स्नातक में न्यूनतम 60% अंक होनी चाहिए, जो कॉलेज के अनुसार अलग-अलग होती है।
- राष्ट्रीय और यूनिवर्सिटी स्तर पर आयोजित एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे अंकों के साथ पास होने चाहिए।
- कुछ यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने के लिए आपको रिज्यूम और पोर्टफोलियो जमा करने की भी जरूरत पड़ सकती है।
एलएलएम कोर्स की अवधि। LLM Course Duration In India
एलएलएम कोर्स की अवधि एक और दो साल की भी होती है। यह आपके द्वारा चुने गए यूनिवर्सिटी पर निर्भर करता है, की आप रेगुलर मोड मे या फिर डिस्टेंस मोड मे एलएलएम कोर्स करने के लिए एडमिशन लिया है।
एलएलएम कोर्स की सबजेक्ट। LLM Course Subjects
मास्टर ऑफ लेजिस्लैटिव लॉ LLM के कोर्स में आप अपनी रुचि के अनुसार एक विशिष्ट क्षेत्र मे गहरी जानकारी हासिल करने के लिए कर सकते है। इसके लिए पढाई भी उसी विशिष्ट क्षेत्र के अनुरूप डिजाइन किया गया है। जिसमें सिलेबस और सब्जेक्ट भी अलग अलग होते है। नीचे उन कानून के सभी LLM Course Subjects के विशिष्ट क्षेत्र के बारे मे जानकारी दी गयी है।
- LLM Business Law- बिजनेस लॉ
- LLM Human Rights- ह्यूमन राइट्स लॉ
- LLM Constitutional Law- कांस्टीट्यूशनल लॉ
- LLM International Trade Law- इंटरनेशनल व्यापार लॉ
- LLM Criminal Law- क्रिमिनल लॉ
- LLM Corporate Law- कॉरपोरेट लॉ
- LLM Family Law- फैमिली लॉ
- LLM Labour Law- लेबर लॉ
- LLM Intellectual Property Rights- इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी लॉ
- LLM Taxation Law- टैक्सेशन लॉ
- LLM Environmental Law- एनवायरमेंटल लॉ
- LLM Maritime Law- मैरिटाइम लॉ
एलएलएम कोर्स की फीस। LLM Course Fees
एलएलएम डिग्री कोर्स की फीस पूरी तरह से यूनिवर्सिटी पर निर्भर करती है। लेकिन आमतौर पर देखा जाए, तो एलएलएम कोर्स की फीस सालाना ₹50000 से लेकर 2 लाख रुपए तक होती है। जो यूनिवर्सिटी के अनुसार थोड़ी बहुत कम ज्यादा भी होती है। कुछ यूनिवर्सिटी में छात्रों को स्कॉलरशिप की भी सुविधा देती है, जहां पर छात्र स्कॉलरशिप के माध्यम से कम फीस में एलएलएम की पढाई कर सकते हैं। इसके लिए यूनिवर्सिटी द्वारा एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया जाता है।
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एलएलएम के लिए प्रवेश परीक्षा। Entrance Exam For LLM Course
एलएलएम कोर्स को करने के लिए राष्ट्रीय और यूनिवर्सिटी स्तर पर एडमिशन के लिए कई प्रकार के एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया जाता है। इस एगजाम मे ऊँची रैंक प्राप्त करने वाले छात्र को पसंदीदा यूनिवर्सिटी मे एडमिशन लेंने का विकल्प दिया जाता हैं। एलएलएम कोर्स मे एडमिशन के लिए यहाँ कुछ एंट्रेंस एगजाम की जानकारी दी गयी है।
- CLAT PG
- LSAT
- BHU UET
- IPU CET
- AILET
- AP PGLCET
- TS PGLCET
एलएलएम के बाद जॉब। Job After LLM
मास्टर ऑफ लेजिस्लेटिव ला कोर्स करने के बाद आप कई प्रकार के पोस्ट में जॉब कर सकते हैं। जैसे मजिस्ट्रेट, महान्यायवादी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, लॉ रिपोर्टर, कानूनी सलाहकार, नोटरी, वकील, जिससे आपको कई सरकारी और निजी संस्थानों मे जॉब करने के लिए शानदार विकल्प होंगे।
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सारांश:- तो दोस्तों उम्मीद करता हूं इस लेख LLM Course Subjects में हमारे द्वारा साझा की गई सारी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी, और आपको एलएलएम कोर्स क्या होता है, एलएलएम डिग्री कोर्स की फीस, सिलेबस और अवधि कितनी होती है, से जुड़ी सारी जानकारी डिटेल में मिल गई होगी।
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एलएलएम कोर्स से जुड़ी महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब:-
1. LLM की फीस कितनी है?
एलएलएम कोर्स की फीस स्ट्रक्चर सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में अलग-अलग होता है। यह आपको उनके ऑफिशल वेबसाइट पर देखने को मिल जाएगी, अगर LLM की औसत फीस देखी जाए तो ₹200000 सालाना होती है।
2. LLM कितने साल की है?
एलएलएम यानी मास्टर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ होती है, यह 2 वर्षीय मास्टर डिग्री कोर्स प्रोग्राम है।
3. LLM के लिए आयु सीमा क्या है?
LLM की मास्टर डिग्री कोर्स करने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष है, जबकि अधिकतम आयु सीमा नहीं है।
4. लॉ करने के लिए कौन सी डिग्री होनी चाहिए?
लॉ करने के लिए आपको स्नातक स्तर पर बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ यानी कि एलएलबी का डिग्री कोर्स होना जरूरी होता है।