BRIT Course Details In Hindi बैचलर आफ रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी के नाम से भी जाना जाता है, BRIT एक 4 वर्षीय स्नातक कोर्स है। जिसके अंदर विद्यार्थियों को एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एमआरआई जैसे सपेसिलाइज क्षेत्र में आधुनिक टेक्नोलॉजी को कंट्रोल करना, उसको सही रूप से चलाने की प्रैक्टिकल शिक्षा दी जाती है।
यदि आप इन सारे टेक्नोलॉजी को जानने और इसको चलाने की इच्छुक रखते हैं, और आगे मेडिकल के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं। तो आपको BRIT का कोर्स जरूर कर लेनी चाहिए। इस लेख में हमने BRIT Course Details In Hindi में सारी जानकारी साझा की हुई है। इससे आपको BRIT कोर्स से जुड़े जितने भी सवाल हैं, उन सारे सवालों का जवाब मिल जाएंगे।
BRIT कोर्स का फुल फॉर्म। BRIT Full Form In Hindi
BRIT का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ रेडियो इमेजिंग टेक्नोलॉजी (Bachelor Of Radio Imagine Technology) होती है। और यह मेडिकल के क्षेत्र में बहुत ही पॉपुलर कोर्स है, जिसको करने के बाद आपको जॉब मिलने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। मनुष्यों की कई ऐसी बिमारियाँ होती है, जैसे स्टोन, ट्युमर जैसे बीमारियों की सटीक जानकारी और स्तिथि जानने के लिए रेडियो इमेजिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता हैं।
BRIT कोर्स क्या है। BRIT Course Details In Hindi
मेडिकल के क्षेत्र में ब्रिज कोर्स छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय डिग्री कोर्स है, इस कोर्स के अंदर छात्रों को मरीजों के अंदर विभिन्न प्रकार के बीमारी और विकारों को इमेजिंग टेक्नोलॉजी एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई, एंजियोग्राफी जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए मरीज के आंतरिक शरीर की छवि और पूरी रिपोर्ट तैयार करनी होती है। इसके बाद रिपोर्ट डॉक्टर को सौप दी जाती है, जो डॉक्टर को बीमारी की स्तिथि जानने मे काफी मदद करती है। इसके बाद डॉक्टर मरीज को सटीक इलाज कर पाता हैं।
BRIT कोर्स के विषय और क्षेत्र। BRIT Course Details In Hindi Specilization
BRIT कोर्स में कई स्पेशलाइज्ड सब्जेक्ट होते हैं, जिसको छात्र अपने रुचि के अनुसार चयन करके BRIT डिग्री कोर्स को पुरा कर सकते हैं। और आगे अपने स्पेशलाइज्ड सब्जेक्ट पर गहरी अध्ययन करने के लिए मास्टर की डिग्री कोर्स भी कर सकते हैं। यहां पर स्पेशलाइज्ड कोर्स के बारे में दी गई है।
- X-ray
- Fluoroscopy
- Ultrasound
- CT scan
- MRI
- Angiography
BRIT कोर्स की योग्यता। BRIT Course Eligibility In Hindi
- बैचलर ऑफ़ रेडियोलॉजी इमेजिंग टेक्नोलॉजी (BRIT) का डिग्री कोर्स करने के लिए छात्रों को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से विज्ञान संकाय में 12वीं कक्षा पास होने चाहिए।
- 12वीं कक्षा में न्यूनतम 50% अंक होनी चाहिए।
- 12वीं विज्ञान संकाय में रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और बायोलॉजी एक विषय के रूप में होनी चाहिए।
- यदि छात्र मेडिकल रेडियोलॉजी में डिप्लोमा क्या हुआ है, तो वह BRIT कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- भारत के टॉप कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने के लिए एंट्रेंस एग्जाम को क्वालीफाई करना पड़ता है।
BRIT कोर्स की अवधि। BRIT Course Duration In Hindi
बैचलर आफ रेडियोलॉजी इमेजिंग टेक्नोलॉजी एक 4 वर्षीय स्नातक डिग्री कोर्स प्रोग्राम है, जिसमें 1 साल की इंटर्नशिप भी शामिल है। जो किसी सरकारी और निजी हॉस्पिटल मे कराई जाती है, अगर टेक्निकल भाषा मे बोले तो अप्रेंटिसशिप करनी होती है। जहाँ पर छात्र को स्टाइपेंड भी दिया जाता है।
BRIT कोर्स की फीस। BRIT Course Fees In Hindi
BRIT कोर्स के फीस कॉलेज, यूनिवर्सिटी और उनके अवस्थित पर निर्भर करती है, साथ ही उस कॉलेज में कितने साल में BRIT कोर्स को कंप्लीट करवाई जाएगी।
यदि आप BRIT कोर्स किसी सरकारी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से करते हैं, तो प्रति सेमेस्टर 10000 से लेकर ₹30000 तक होती है। जबकि पूरे कोर्स की फीस 2 लाख से लेकर 3 लाख रुपया तक हो सकती है।
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यदि आप BRIT कोर्स किसी निजी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से करते हैं, तो प्रति सेमेस्टर की फीस आपको 45 हजार रुपया से लेकर 80 हजार रुपया तक होती है। और इस प्रकार से पूरे कोर्स की फीस 3 लाख से लेकर 5 लाख रुपया तक होती है।
कुछ कॉलेजो में BRIT कोर्स करने के लिए स्कॉलरशिप की भी सुविधा होती है, और इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया जाता है। इसके बाद आपको ट्यूशन फीस में छूट दी जाती है। और इस प्रकार से आप बहुत ही कम फीस में BRIT कोर्स की कंप्लीट पढाई कर सकते हैं।
BRIT कोर्स की सिलेबस। BRIT Course Syllabus In Hindi
ब्रिज कोर्स में टोटल 6 सेमेस्टर होते हैं, और प्रत्येक सेमेस्टर 6-6 महीने का होता है। इन 6 सेमेस्टर में कौन-कौन से सब्जेक्ट शामिल होती है, इसकी डिटेल जानकारी नीचे दी गई है।
पहला सेमेस्टर:-
- एनाटॉमी और फिजियोलॉजी की मूल बातें-I
- एनाटॉमी और फिजियोलॉजी की मूल बातें-II
- बुनियादी कंप्यूटर कौशल
- अंग्रेजी में संचार कौशल
दूसरी सेमेस्टर:-
- रेडियोग्राफिक एनाटॉमी
- रेडियोलॉजिकल भौतिकी
- रेडियोग्राफिक फोटोग्राफी
- अस्पताल की कार्यप्रणाली एवं मरीजों की देखभाल के सिद्धांत
तीसरा सेमेस्टर:-
- रेडियो-डायग्नोस्टिक उपकरणों का भौतिकी
- रेडियोग्राफिक तकनीक नियमित प्रक्रियाएं -I
- रेडियोग्राफिक तकनीक नियमित प्रक्रियाएं-II
- रेडियोग्राफ़िक तकनीक नियमित प्रक्रिया व्यावहारिक
चौथा सेमेस्टर:-
- डायग्नोस्टिक रेडियोलॉजी में मरीजों की देखभाल
- रेडियोग्राफिक तकनीक विशेष प्रक्रिया-I
- रेडियोग्राफिक तकनीक विशेष प्रक्रियाएँ-II
- रेडियोग्राफ़िक तकनीक विशेष प्रक्रियाएँ व्यावहारिक
पांचवां सेमेस्टर:-
- इमेजिंग मोडैलिटीज का भौतिकी – अल्ट्रा साउंड और सीटी स्कैन इमेजिंग मोडैलिटीज का
- भौतिकी
- एमआरआई और डिजिटल इमेजिंग
- सीटी इमेजिंग, रोगी देखभाल और टेक्नोलॉजिस्ट की भूमिका
- गुणवत्ता आश्वासन और विकिरण सुरक्षा
छठा सेमेस्टर:-
- अल्ट्रा साउंड इमेजिंग
- इंटरवेंशनल और डिजिटल रेडियोलॉजी
- एमआरआई इमेजिंग, मरीजों की देखभाल और टेक्नोलॉजिस्ट की भूमिका
- शोध परियोजना
BRIT कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम। BRIT Course For Entrance Exam
BRIT कोर्स करने के लिए कई प्रकार की एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया जाता है, कुछ एग्जाम यूनिवर्सिटी और कॉलेज लेवल की होती है। तो कुछ एग्जाम सेंट्रल लेवल की होती है, जहां पर देश भर से विद्यार्थी इस एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करते हैं, और एग्जाम देते हैं। जिसको क्वालीफाई करने के बाद आप देश के टॉप कॉलेज में BRIT कोर्स करने के लिए एडमिशन पा सकते हैं। BRIT कोर्स करने के लिए आप कौन-कौन से एंट्रेंस एग्जाम दे सकते हैं, उसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- NEET UG
- CUET
- AIIMS PEE
- GPET
- IPU CET
- NIPSEE
- JMI ENTRANCE EXAMINATION
BRIT कोर्स के बाद क्या करें। BRIT Course Karne Ke Bad Kya Karen
ग्रेट कोर्स पूरा करने के बाद आपको रेडियो इमेजिंग टेक्नोलॉजी की गहरी जानकारी हो जाती है, जिसके बाद आप किसी भी सरकारी और निजी क्लीनिक हॉस्पिटल में रेडियोलॉजिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं। या फिर आप अपने खुद का रेडियोलॉजिस्ट सेंटर खोल सकते हैं।
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यदि आप अपने स्पेशलाइज्ड सब्जेक्ट पर और भी गहरी जानकारी और अनुभव प्राप्त करने के लिए मास्टर की डिग्री हासिल करना चाहते हैं। तो आप रेडियोलॉजिस्ट में मास्टर की डिग्री कोर्स कर सकते हैं, इसके लिए आपको NEET PG, NEET SS, INI CET, NEET MDS जैसे एंट्रेंस एग्जाम को क्वालीफाई करना पड़ेगा।
BRIT कोर्स के बाद जॉब। BRIT Course For Job Opportunity
AIIMS
RIIMS
MEDICAL LAB
RESEARCH CENTER
TRAUMA CENTER
GOVERNMENT HOSPITAL
PRIVATE HOSPITAL
RADIOLOGIST CENTER
BRIT Course Details In Hindi। Post Par Job Kar Sakte Hai
BRIT कोर्स पूरा करने के बाद आप सिटी स्कैन ऑपरेटर, एमआरआई ऑपरेटर, एक्स-रे ऑपरेटर, रेडियोलॉजिस्ट ऑपरेटर जैसे पद पर काम कर सकते हैं। इसके लिए आपको प्रत्येक महीना ₹60000 से लेकर ₹100000 तक सैलरी दी जाएगी, जो आपके एक्सपीरियंस और अनुभव के आधार पर बढ़ती जाती हैं।
ब्रिट कोर्स मे प्लेसमेंट। BRIT Course Placement
देश के टॉप कॉलेजे से BRIT कोर्स करने के बाद आपको प्लेसमेंट की भी सुविधा दी जाती है, जहां पर बड़े-बड़े मेडिकल क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों और निजी सेक्टर वाले काफी अच्छी सालाना पैकेज देकर BRIT छात्रों को जॉब के लिए हायर करते हैं।
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शारांश:- तो दोस्तों उम्मीद करता हूं हमारे द्वारा BRIT Course Details In Hindi में साझा की गई सारी जानकारी मिल गई होगी। और आप जान गए होंगे BRIT कोर्स क्या होता है, इसके लिए क्या योग्यता, फीस और कौन-कौन से एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया जाता है। अगर जानकारी आपको अच्छी लगी हो, तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। इस लेख से जुडी किसी भी तरह के सवाल हो तो आप हमें Contact Us के माध्यम से पूछ सकते हैं।
BRIT Course Details In Hindi से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब:-
1. रेडियोलॉजिस्ट का कोर्स कितने साल का है?
रेडियोलॉजिस्ट एक अंडरग्रैजुएट डिग्री कोर्स प्रोग्राम है, जिसकी अवधि 4 साल की होती है। जिसमें एक साल का इंटर्नशिप शामिल है।
2. रेडियोलॉजिस्ट की फीस कितनी है?
सरकारी कॉलेज में रेडियोलॉजिस्ट की पूरी फीस अधिकतम 2 लाख तक होती है। जबकि आप निजी कॉलेज से करते हैं, तो उसकी पूरी फीस 5 लाख से लेकर 6 लाख रुपया तक होती है।
3. रेडियोलॉजिस्ट की सैलरी कितनी होती है?
एक रेडियोलॉजिस्ट की सैलरी सालाना ₹6 लाख से लेकर 10 लख रुपए तक होती है, जो उसके अनुभव के आधार पर बढ़ती रहती है। यह आपके द्वारा ज्वाइन किए गए संगठन पर भी निर्भर करती है, कि वह निजी या सरकारी है, छोटी या फिर बड़ी है।